आज जब निर्मल वर्मा को याद करने के बहाने अपना ओछापन बांचने बैठा, तो फिर एक बार पिताजी से बात की. उन्होंने कहा, तुम समझो कि वह इस जमाने का विशुद्ध साहित्यकार है. उसने खुद को इस या उस विचारधारा में नहीं बंधने दिया.
from Zee News Hindi: Blogs https://zeenews.india.com/hindi/special/one-day-i-will-be-able-to-read-nirmal-verma/512539
आज जब निर्मल वर्मा को याद करने के बहाने अपना ओछापन बांचने बैठा, तो फिर एक बार पिताजी से बात की. उन्होंने कहा, तुम समझो कि वह इस जमाने का विशुद्ध साहित्यकार है. उसने खुद को इस या उस विचारधारा में नहीं बंधने दिया. http://ifttt.com/images/no_image_card.png
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment